मेरी अधूरी love story(03) semester बीत गया

अब पूरा एक सेमेस्टर बीतने वाला है बस दो exam बाकी रह गये है फिर बो अपने घर वापस चली जायेगी ।
और इस पूरे सेमेस्टर मैंने उसे तकने के अलावा कुछ नही किया। हाँ, थोड़ा बहुत उसे हसाने के लिए , उससे बाते करने के लिए अजीब हरकते ओर अजीब सी बाते जरूर करी थी पर कोई फायदा नही हुआ न ही तो मैं उससे कुछ कह पाया ना ही उसके अंदर अपने  लिए felling जगा पाया बल्कि कुछ उल्टी सीधी बाते करके उसका मन और दुखा दिया जिस वजह से  मैं उसे लगभग लगभग खो चुका था।खो चुका था क्या मतलब खो ही चुका हूँ वो तो उस दिन उससे काफी देर तक माफी मांगने के बाद वो मानी पर एक बार धागा टूट जाये तो वो कमजोर तो हो ही जाता है और साथ मे उसमे गांठ और पढ़ जाती है तो ऐसा ही मेरे साथ हुआ उसने माफ तो कर दिया था पर मैं अपनी उम्मीद ओर साथ ही उसके अंदर जो थोड़ी बहुत friend वाली feelings थी वो भी दोनो ही खो चुका हूं।
पर एक बात तो वो भी जानती है कि मैंने इतनी बड़ी गलती भी नही की थी जिसके लिए इतना नाराज हुआ जाए ।
खैर सब कुछ छोड़ो बात तो ये है कि आज से 4 दिन बाद वो अपने घर वापस जा रही है और दिक्कत ये है मैं उसे अभी तक कुछ बता नही पाया हूँ या कहलो मैं उसे बताने से डरता हूँ जो कि मैं बेशक डरता हूँ।और मेरे डरने की वजह है कि फिर से कोई बेवकूफी करके मैं उसे खो न दूँ ।
और इसी वजह से मेरा पूरा सेमेस्टर बस उसको देखने और उसके बारे में सोचने में ही निकल गया।

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