नर्क
एक जगह जिसे लोग सोचना भी नही चाहते हैं
जहाँ चिड़ियो की जगह गिद्ध मंडराते है
जहां सपनो में भी हैवान आते हैं
जिसका ज़िक्र करने पर जुबां संग शब्द भी थर्रा जाते है
शायद उसे ही लोग नर्क नाम से जानते हैं।
जहां सूर्य भी काले पढ़ जाते हैं
जहां चाँद पर दाग हाबी हो जाते हैं
जहाँ कोमल पुष्प बेहरमी से कुचल दिए जाते हैं
शायद उसे ही लोग नर्क नाम से जानते हैं।
जहां हैवान भी अपनी परछाई से डर जाते हैं
जहां लोग मौत की कामना करते करते जिंदगी काटते है
जहां आशा की किरण को बादल खा जाते है
शायद उसे ही लोग नर्क नाम से जानते हैं।
जहां पेट के लिए सारे रिश्ते भूला दिए जाते हैं
जहाँ बाप बेटी के लिये हैवान बन जाते हैं
जहां भाई भाई खून के प्यासे बन जाते हैं
शायद उसे ही लोग नर्क नाम से जानते हैं
एक जगह जहां जाने से ज्यादा
मौत को पाना लोग खुशनसीबी मानते हैं
जिसके बारे में लिखने के लिए
कलम भी स्याही छोड़ जाते हैं
शायद उसे ही लोग नर्क नाम से जानते हैं।
Harshit saxena{vasu}
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